भारत की फ्रांस Visit क्यों हैं महत्वपूर्ण ! ॥ फ्रांस ने भी अपनाया भारतीय UPI


खबर :- 
           हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फ्रांस के दो दिन के दौरे पर हैं। PM मोदी का ये दौरा ऐसे वक्त पर हो रहा है, जब भारत-फ्रांस की स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप को 25 साल पूरे हो गए हैं। PM मोदी को फ्रांस के नेशनल डे यानी बैस्टिल डे पर बतौर चीफ गेस्ट इनवाइट किया गया है।
🔸मोदी से पहले 2009 में मनमोहन सिंह भारत के पहले ऐसे प्रधानमंत्री बने थे, जिन्हें बैस्टिल डे में चीफ गेस्ट के तौर पर न्योता मिला था।
🔸13 July शाम करीब 4 बजे फ्रांस की प्रधानमंत्री एलिजाबेथ बॉर्न ने मोदी को एयरपोर्ट पर रिसीव किया। यहां रेड कार्पेट बिछाकर उनका स्वागत किया गया। उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया।
🔸पेरिस के जिस होटल में मोदी ठहरे हैं, उसके बाहर भारतीय मूल के लोगों ने भारत माता की जय के नारे लगाकर उनका स्वागत किया।
🔸इसके बाद मोदी ने सीनेट के चेयरमैन गेरार्ड लार्शर से मुलाकात की। सीनेट चेयरमैन के साथ मीटिंग के बाद भारत और फ्रांस के बीच डेलिगेशन लेवल की बातचीत हुई।
🔸इसमें भारत की तरफ से प्रधानमंत्री मोदी और फ्रांस की तरफ से PM एलिजाबेथ बोर्ने भी शामिल हुई।

प्रवासी भारतीयों को प्रधानमंत्री ने किया सम्बोधित :

                                                                    पेरिस में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित किया। पेरिस के ला सीएन म्यूजिकले में प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा- फ्रांस आना घर आने जैसा है। भारत के लोग जहां जाते हैं मिनी इंडिया बना लेते हैं।
 पेरिस में प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए PM मोदी 

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वर्ल्ड ऑर्डर में भारत खास रोल निभा रहा है। हर चुनौती से निपटने में भारत का अनुभव और प्रयास दुनिया के लिए मददगार साबित हो रहा है।


फ्रांस में UPI से पेमेंट - 

                                         UN की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि सिर्फ 10-15 साल के अंदर ही भारत ने लगभग 42 करोड़ देशवासियों को गरीबी रेखा से बाहर निकाला है। ये पूरे यूरोप की आबादी से भी ज्यादा है, ये पूरे अमेरिका की आबादी से भी ज्यादा है।
▪️ पीएम मोदी ने कहा- भारत अगले 25 वर्षों में विकसित होने के लक्ष्य पर काम कर रहा है। आज हर इंटरनेशनल एजेंसी कह रही है भारत आगे बढ़ रहा है। भारत में निवेश का मौका है। भारत-भारत में UPI को लेकर करार की बात कही। उन्होंने कहा अब भारतीय एफिल टावर पर UPI से भुगतान कर पाएंगे।
▪️ भारत और फ्रांस के बीच UPI यानि यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस को लेकर समझौता हो गया है। और अब भारतीय लोग UPI की मदद से फ्रांस में पेमेंट कर पाएंगे. यानि अब अगर भारतीय लोग फ्रांस ट्रेवल करते हैं तो उन्हें ज्यादा कैश या Forex कार्ड लेकर जाने की जरूरत नहीं है. वे UPI यानि भारतीय रुपयों में पेमेंट कर पाएंगे. हालांकि अभी UPI पेमेंट पूर्ण रूप से सब जगह शुरू नहीं हुआ है.

▪️ UPI पेमेंट की शुरुआत एफिल टावर से की जाएगी और भारतीय पर्यटक एफिल टावर में यूपीआई के जरिए रुपये में भुगतान कर सकेंगे, दो दिवसी इस यात्रा के दौरान पीएम मोदी ने फ्रांसीसी समकक्ष एलिजावेथ बोर्न और सीनेट अध्यक्ष जेराई लाचर के साथ बैठकें की और दोनों देशों के बीच बहुआयामी सहयोग और दीर्घकालिक रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने पर जोर दिया.

PM Modi को मिला फ्रांस का सर्वोच्च सम्मान - 

                                                             प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फ्रांस ने लीजन ऑफ ऑनर से सम्मानित किया है. यह सर्वोच्च फ्रांसीसी सम्मान है. पीएम मोदी यह सम्मान पाने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं.

▪️ लीजन ऑफ ऑनर दुनिया भर के चुनिंदा प्रमुख नेताओं और प्रतिष्ठित हस्तियों को दिया गया है. इनमें दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला, वेल्स के तत्कालीन राजकुमार किंग चार्ल्स, जर्मनी की पूर्व चांसलर एंजेला मर्केल, संयुक्त राष्ट्र के पूर्व महासचिव बुट्रोस बुट्रोस-घाली समेत अन्य शामिल हैं.

क्या है लीजन ऑफ ऑनर सम्मान ?

🔸लीजन ऑफ ऑनर सर्वोच्च फ्रांसीसी सम्मान है और यह दुनिया के सबसे प्रसिद्ध सम्मानों में से एक है। लगभग पिछली दो शताब्दियों से हर एक क्षेत्र के सबसे योग्य नागरिक को देश के प्रमुख द्वारा सम्मानित किया जाता है। इस पुरस्कार को पांच श्रेणियों बांटा गया है, पहला ग्रैंड क्रॉस, दूसरा ग्रैंड ऑफिसर, तीसरा कमांडर, चौथा ऑफिसर और आखिरी नाइट है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पहला सम्मान यानी ग्रैंड क्रॉस दिया गया है।
🔸इस पुरस्कार में एक लाल रिबन और एक बैज है, जिस पर एक ओक और लॉरेल पुष्पांजलि पर लटका हुआ पांच सशस्त्र माल्टीज़ तारांकन भी है। सामने की तरफ गणतंत्र का पुतला है और पीछे दो तिरंगे झंडे और ऑर्डर के आदर्श वाक्य "सम्मान और पितृभूमि" का शिलालेख है। साथ ही, इस पर 19 मई, 1802 तारिख फ्रेंच भाषा में लिखी गई है, जिस दिन इसका निर्माण किया गया था। आपको बता दें, इस पुरस्कार में कोई वित्तीय लाभ शामिल नहीं है।

बैस्टिल डे परेड में 269 जवानों का प्रर्दशन :

🔸फ्रांस की बैस्टिल डे परेड में शुक्रवार को PM नरेंद्र मोदी बतौर चीफ गेस्ट शामिल हुए। इस परेड में शामिल होने वाले वे दूसरे प्रधानमंत्री हैं। उन्हें फ्रांस की फर्स्ट लेडी ब्रिजेट मैंक्रो ने रिसीव किया। राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने मोदी का गले लगाकर स्वागत किया।
🔹परेड में भारतीय राफेल ने उड़ा भरी। तीनों सेनाओं के मार्चिंग दस्ते के 269 जवानों ने परेड में हिस्सा लिया। उनकी एंट्री सारे जहां से अच्छा की धुन के साथ हुई। इसके बाद फ्रांस की नेशनल असेंबली के अध्यक्ष येल ब्रॉन - पिवेट ने PM मोदी के लिए लंच होस्ट किया।
🔸डिनर में PM मोदी के लिए खास वेजिटेरियन मेन्यू तैयार किया गया है। मैक्रों मोदी को लून म्यूजियम का एक टूर भी कराएंगे। यहीं पर दुनिया की सबसे चर्चित और महंगी मानें जाने वाली मोनालिसा पेंटिंग भी मौजूद है। म्यूजियम के टूर के बाद इसकी छत से मोदी और मैक्रों एफिल टावर के ऊपर होने वाली आतिशवाजी का आनंद उठाएंगे।
🔸प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के बीच बातचीत शुरू हो गई है। यह बातचीत मैक्रों के ऑफिशियल रेसिडेंस एलिसी पैलेस में हो रही है। मैक्रों ने खुद मोदी को बाहर आकर रिसीव किया। बातचीत के बाद दोनों देशों की तरफ से Joint Statement जारी हुआ। दोनों नेताओं ने अपनी-अपनी बात रखी।

Joint Statement की खास बातें- 

🔺प्रेसिडेंट मैक्रों ने कहा- भारतीय सेना की पंजाब रेजिमेंट को पेरिस में मार्च पास्ट करते हुए देखकर फख महसूस हुआ। हमारे रिश्ते ऐतिहासिक और भरोसे वाले हैं। आज दुनिया के सामने जो चैलेंजेस हैं, हम भारत के साथ मिलकर उनका समाधान खोजेंगे। दोनों देशों के युवाओं को एक-दूसरे के यहां एजुकेशन और दूसरी कल्चरल एक्टिविटीज में हिस्सा लेने का मौका मिलना चाहिए। हम वीजा रूल्स को आसान बनाएंगे।

🔺मोदी ने कहा- पेरिस जैसे शहर में इस गर्मजोशी भरे स्वागत के लिए प्रेसिडेंट मैक्रों का शुक्रिया। यहां बास्टिल डे परेड में भारत की जल, थल और नभ सेनाओं का पराक्रम दिखा। हम आने वाले 25 साल के लिए लक्ष्य तैयार कर रहे हैं। भारत ने इस दौरान विकसित देश बनने का लक्ष्य रखा है। फ्रांस को हम नैचुरल पार्टनर के तौर पर देखते हैं। हम यहां अपना UPI लॉन्च कर रहे हैंमेक इन इंडिया और आत्मनिर्भर भारत में फ्रांस अहम पार्टनर है। डिफेंस में सहयोग की काफी संभावनाएं हैं। स्पेस एजेंसी के बीच अहम समझौते हुए हैं। मारों में नया कॉन्स्यूलेट खोला जाएगा। फ्रांस की यूनिवर्सिटीज को भारत में कैम्पस खोलने का इनविटेशन दिया गया है।